कानपुर
उत्तर प्रदेश के शहर कानपुर के सीसामाउ विधानसभा से अभी तक 25 वर्षों से समाजवादी पार्टी की जीत रही है। इरफान सोलंकी समाजवादी पार्टी से विधायक थे परंतु इरफान सोलंकी और रिजवान सोलंकी पर एक घर पर आग लगने और भू माफिया होने के आरोप लगाए गए थे।
उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर के जाजमऊ क्षेत्र में पीड़िता नजीर फातिमा के प्लाट पर आग लगी थी जिसका आरोपी नाजिर फातिमा ने सपा विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी को बनाया था। पीड़िता का कहना है किसी सरकार में उनकी सुनवाई नहीं हुई 1986 से इस प्लॉट पर वह रह रही है और केडीए द्वारा यह जमीन उन्हें दी गई थी।
पीड़िता ने साफ तौर पर कहा कि यह भू माफिया प्रवृत्ति के लोग हैं और केडीए के साथ मिलकर उन्होंने रजिस्ट्री करवा ली है और हमें भगाने का प्रयास कर रहे थे।
वर्ष 2005 में एक बच्चे को जहर देने का भी प्रयास किया गया था जिससे उसकी मौत हो गई थी, वहीं दूसरे बच्चे के साथ एक केस में चार बार जेल करवाई गई जिसके बाद उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया।
पीड़िता ने कहा रिजवान सोलंकी 200 ग़ज़ की जमीन पर कब्जा कर रहे थे। गरीबों पर जुल्म करना और उनके प्लॉट को छीनना और कब्जा करना उनका रोज का काम है, वर्ष 2000 में मेरे घर को भी उन्होंने बुलडोज कराया था और गुंडे भी भेजे थे।
पीड़िता ने जानकारी देते हुए बताया की उसके भतीजे की शादी थी जब वह अपने प्लॉट पर मौजूद नहीं थी तब उनके प्लॉट पर आग लगा दी गई और उसकी झोपड़ी जल गई।
1991 में स्कीम निकाली थी जिसके तहत कब्जाधारकों को 25% पैसा देने पर प्लॉट अलॉट किया गया था। क्योंकि रिजवान सोलंकी का घर पड़ोस का है तो रिजवान सोलंकी इस प्लॉट को कब्जा कर अपने मकान को और बड़ा करना चाहता है।
तमाम आरोप लगाते हुए पीड़िता ने योगी सरकार से मांग भी करी और योगी सरकार की तारीफ भी।
पीड़िता ने कहा सरकार से मेरी यह मांग है कि सभी रजिस्ट्री को रद्द करवा कर मेरे नाम की रजिस्ट्री सरकार करवाने में मदद करें और इसपर घर बनवा कर दें, साथ ही मेरे बच्चे डर से फरार है उनके रोजगार का इंतजाम करें।
हम शुरू से भाजपा के समर्थक है और आगे भी समर्थन ही रहेंगे। आगामी उपचुनाव में भाजपा का समर्थन करेंगे वहीं इरफान सोलंकी की पत्नी का विरोध।