कानपुर सरसैया घाट पर श्रद्धालुओं की आस्था है इसी के चलते श्रद्धालुओं का तातां घाट पर लगा रहता है इसी के चलते काफी गंदगी भी देखी जाती है नगर निगम के ना कार्य करने की वजह है गंदगी।
कानपुर
देश के अंदर तमाम आस्थाओं के केंद्र हैं जहां श्रद्धालु अपनी श्रद्धा से आते हैं इसी के चलते उन जगहों पर गंदगी भी देखने को मिलती है। ऐसा ही एक श्रद्धालुओं का केंद्र है सरसैया घाट उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में मौजूद इस घाट पर तमाम श्रद्धालु आते हैं।
घाट पर मौजूद पंडित राजू मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया की कई लोग बाहर से आते हैं जो यहां गंदगी फैलाते हैं राजू मिश्रा ने यह भी बताया की नगर निगम प्रतिदिन दो बार यहां सफाई करता है उसके बाद भी यह गंदगी खत्म नहीं होती।
वही गंगा नहाने आए श्रद्धालु ने कहा गंदगी है अगर साफ हो जाए तो अच्छा लगेगा नाहान में। घाट में महिलाओं के लिए भी व्यवस्था की गई है जिसके तहत कपड़े बदलने के अलग व्यवस्था की गई है।
पंडित इंद्र नारायण तिवारी ने जानकारी देते हुए बताया नगर निगम कर्मचारी कार्य नहीं करते यदि रोज 3 घंटे भी सफाई की जाए तो घाट साफ हो सकता है। घाट पर कुछ परिवार भी दिखे दरअसल यह गंगा किनारे रहते हैं गंगा में पानी भर जाने के कारण यह सरसैया घाट के शरण में रह रहे हैं। परिवारों ने कहा सरकार अगर हमें रहने की व्यवस्था करवा दे तो अति कृपा होगी।
घाट पर मौजूद एक प्राचीन मंदिर भी है जिसे जनाना घाट भी कहा जाता है। आरोप यह भी था। कि यहां पर कई लोग नशा भी करते हैं जिस पर पंडित राजू मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि ऐसा कुछ भी नहीं है डीएम आवास घाट के साथ में है यदि कोई भी ऐसी गतिविधि होगी तो डीएम साहब संज्ञान लेंगे सफाई एक अहम समस्या है घाट की।