*आशू यादव की खास रिपोर्ट SUB Bureau Chief Kanpur*✒️✒️
➖➖➖➖➖➖➖➖
*भ्रष्टाचार और जुर्म के खिलाफ हर पल आपके साथ*
➖➖➖➖➖➖➖➖
*स्पेशल ट्रेन से कानपुर पहुँचे प्रवासी श्रमिक, रोडवेज से भेजा गया घर*
*कानपुर। स्पेशल ट्रेन से कानपुर पहुंचे 1170 प्रवासी श्रमिक। लॉकडाउन के बीच दूसरे राज्यों में फंसे 1170 श्रमिक स्पेशल ट्रेन से रविवार को सेंट्रल लाए गए। रेलवे और जिला प्रशासन की अगुवाई में सभी की थर्मल स्क्रीनिंग कराई गई, जिसके बाद रोडवेज की 50 बसों से उनके घरों तक उन्हें भेजा गया।
*लॉकडाउन के बीच दूसरे राज्यों में फंसे 1170 श्रमिक स्पेशल ट्रेन से रविवार को सेंट्रल लाए गए। रेलवे और जिला प्रशासन की अगुवाई में सभी की थर्मल स्क्रीनिंग कराई गई, जिसके बाद रोडवेज की 50 बसों से श्रमिकों उनके गृहनगर भेजा गया। ट्रेन अपने निर्धारित समय साढ़े छह बजे के बजाए ढाई घंटे लेट पहुंची।*
*अहमदाबाद से चलकर वाया आगरा स्पेशल ट्रेन रविवार सुबह नौ बजकर पांच मिनट पर सेंट्रल स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर नौ पर पहुंची। 20 कोच की स्पेशल ट्रेन में सवार 1170 श्रमिकों को कानुपर सेंट्रल के डायरेक्टर हिमांशु शेखर, रेलवे सुरक्षा बल के सहायक आयुक्त आरएन* *पांडेय और जिला प्रशासन की अगुवाई में ट्रेन से उतारा गया। सभी कोच के बाहर सुरक्षा बल के दो-दो जवान पहले से तैनात थे। श्रमिकों को लाइनबद्ध सोशल डिस्टेंसिंग में हॉल तक ले जाया गया। हॉल में मेडिकल टीम ने सभी की थर्मल स्क्रीनिंग हुई। इसके बाद श्रमिकों को रोजवेज की 50 बसों से कानपुर देहात, फतेहपुर, रायबरेली, सिद्धार्थनगर, औरैया, इटावा सहित आसपास के जिलों के लिए उनके गृहनगर भेजा गया।*
*ट्रेन को सुबह छह के करीब आना था। इसको लेकर जिला प्रशासन और रेलवे की ओर से एक दिन पहले तैयारी पूरी कर ली गई थी। सुबह करीब छह बजे तक सेंट्रल के बाहर रोडवेज की 50 बसें, जिला प्रशासन के नियुक्त सभी अधिकारी-कर्मचारी और कानपुर सेंट्रल के आलाधिकारी सुरक्षा बल के साथ ट्रेन आने के पूर्व से सेंट्रल के प्लेटफार्म नंबर नौ पर पहुंच गए थे। ट्रेन अपने निर्धारित समय से साढ़े तीन घंटे देरी से पहुंची।*
*स्पेशल ट्रेन में सवार 1170 में 320 श्रमिकों को आगरा स्टेशन पर उतारा जाना था। लेकिन वहां के इंतजाम नाकाफी थे। इससे रेलवे प्रशासन ने ट्रेन को सीधे कानपुर सेंट्रल पर रोकने का फैसला लिया।*