SHO को नहीं मिला अस्पताल में बैड, तो बेटी ने ट्विटर के माध्यम से प्रधानमंत्री से लगाई गुहार।

दिल्ली:-


SHO को नहीं मिला अस्पताल में बैड, तो बेटी ने ट्विटर के माध्यम से प्रधानमंत्री से लगाई गुहार।


कोरोना वायरस महामारी के चलते समस्त देश में लाखों की संख्या में लोग कोरोना वायरस से पीड़ित हैं। क्योंकि कोरोना वायरस की अभी तक किसी प्रकार की कोई दवा नहीं है जिसके चलते इससे बचने के लिए सिर्फ सोशल डिस्टेंसिंग मास्क ही एकमात्र साधन है।



कोरोनावायरस के चलते देश में डॉक्टर पुलिस कर्मी सफाई कर्मचारी इत्यादि लोग देश की सेवा में जुटे हैं। परंतु समय के साथ-साथ यह देखने को मिल रहा है कि कोरोनावायरस की चपेट में डॉक्टर पुलिसकर्मी व सफाई कर्मी भी आ रहे हैं। परंतु आज की परिस्थिति इतनी खराब हो चुकी है कि अस्पतालों में मरीजों के लिए जगह भी नहीं बची है।



राजधानी दिल्ली के उत्तर पूर्वी क्षेत्र थाना नंद नगरी के थाना प्रभारी कि आचनक तबियत खराब हुई जिसमें थाना प्रभारी  को तेज बुखार हुआ, जिसके बाद थाने से डेढ़ किलोमीटर दूर राजीव गांधी अस्पताल में भर्ती कराने के लिए ले जाया गया जहां पर अस्पताल वालों ने यह कह दिया कि उनके पास बैड उपलब्ध नहीं है, तो वह एसएचओ को भर्ती नहीं कर सकते। जबकि अस्पताल क्षेत्र के थाना प्रभारी भी वहां मौजूद थे। परंतु नंद नगरी थाना प्रभारी को अस्पताल में भर्ती नहीं किया गया जिसके बाद थाना प्रभारी को आर्मी हॉस्पिटल भेज दिया गया। वहां पहुंचने पर भी उनको बैड मोहिया नहीं हुआ। जिसके बाद फिर उन्हें ऐम्स झज्जर भेजा गया। जहां पर उनको इलाज नहीं मिल पाया। इस सब से परेशान होने के बाद एसएचओ की बेटी ने ट्विटर द्वारा देश के प्रधानमंत्री, राजधानी दिल्ली के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री, दिल्ली पुलिस कमिश्नर, जिला डीसीपी से गुहार लगाई, कि 24 घंटे बीत चुके हैं परंतु एसएचओ को किसी अस्पताल में बेड उपलब्ध नहीं हो पाया है। 
जिसके बाद दिल्ली पुलिस कमिश्नर के हस्तक्षेप के बाद एक अस्पताल में एसएचओ को भर्ती किया गया और उनका वहां उपचार चल रहा है।


जमीनी स्थिति को देखने के बाद यह एक भयानक सच्चाई सामने आई है, कि मरीजों की संख्या इतनी ज्यादा बढ़ चुकी है कि अस्पतालों में बैड उपलब्ध नहीं है। जिसके चलते सरकार की विफलता सामने आ रही है। इस घटना से यह भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि जब अधिकारियों का यह हाल है तो एक आम आदमी का क्या हाल होगा?


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