कानपुर ब्यूरो चीफ सैयद हसन:-
कोरोना वायरस से पूरा देश जूझ रहा है। जिसके चलते देशभर में लॉक डाउन है। जैसा कि सब जानते हैं लॉक डाउन के बाद लोगों की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं रही है। यहां तक जो मजदूर तबका है उनके पास दो वक्त की रोटी भी नहीं है। करोड़ों लोग परेशान है।
लॉक डाउन से जूझ रहे लोगों के पास अब ज्यादा पैसा नहीं बचा है। जिसके चलते लोगों के पास जो जमा पूंजी है उसको अब लोग प्रयोग में ला रहे हैं। परंतु क्या हो अगर जिस बैंक में आपने अपनी पूंजी जमा की हुई हो और वह बैंक आपको पैसा देने से मना कर दे।
देश में कई बड़े घोटाले हुए हैं कई पूंजीपति बैंकों से लोन लेकर देश से फुर हो गए हैं। जिससे बैंकों को भारी नुकसान का सामना करना पड़ता है कुछ समय पहले भी महाराष्ट्र मे प्राइवेट बैंक था जिसने ग्राहकों को पैसा देने से इनकार कर दिया था। और अब ऐसी ही स्थिति उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर में स्थित पीपल कॉपरेटिव बैंक लिमिटेड मैं देखी गई है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में स्थित पीपल कॉपरेटिव बैंक लिमिटेड कानपुर नगर के आर्य नगर क्षेत्र में चांदनी नर्सिंग होम के पास है। बैंक के बाहर कुछ लोग दिखाई दिए तो एंटी करप्शन इंडिया के कानपुर ब्यूरो चीफ सैयद शादाब हसन ने लोगों से जानकारी प्राप्त करी, जिस पर लोगों ने बताया की पीपल कॉपरेटिव बैंक लिमिटेड दिवालिया हो गया है। जिसके चलते बैंक अपने ग्राहकों को जमा राशि निकालने की अनुमति नहीं दे रहा।
बैंक के बाहर मौजूद बैंक के एक ग्राहक जिनका नाम अनीस अहमद है उनसे बात कर जानकारी प्राप्त की जिन्होंने बताया की उनके पैसे जो 50,000 रुपए से ज्यादा की राशि बैंक में जमा है। बैंक प्रबंधक ने राशि देने से मना कर दिया व यह कहा की बैंक दिवालिया हो चुका है। जिसके चलते ना बैंक किसी ग्राहक का पैसा जमा करेगा और ना ही किसी ग्राहक को पैसा निकालने देगा। जिसके बाद ग्राहक अनीस अहमद ने यह भी बताया कि इसकी शिकायत आरबीआई को दी गई है। जिसके चलते अब ग्राहकों को सरकार से उम्मीद है कि कोई सकारात्मक कदम उठाते हुए ग्राहकों को उनका पैसा वापस मिलेगा।