रिपोर्टर महेंद्र सिंह लखनऊ:-
• उत्तर प्रदेश की राजधानी के अंदर बंथरा की पुलिस चौकी हरौनी के प्रभारी श्री हरि नाथ यादव का क्षेत्र में आतंक।
• कस्बे के दुकानदारों क्षेत्र की जनता में चौकी प्रभारी हरीनाथ का है भय।
कई बार हमें यह देखने को मिला है कि कुछ गरीब दुकानदारों वह ऐसे असहाय लोगों पर पुलिस की क्रूरता दिखाई देती है। कई बार पुलिस वालों को उगाही करते भी देखा गया है। परंतु इस समय कोरोनावायरस की महामारी से पूरा देश जूझ रहा है जिसके चलते गरीबी तबके के लोगों की हालात सामान्य नहीं है। बावजूद इसके कुछ पुलिसकर्मी ऐसे हैं जो अपनी खाकी वर्दी का दुरुपयोग कर लोगों का शोषण करते हैं।
ऐसी ही एक घटना उत्तर प्रदेश की राजधानी के अंदर बंधारा की पुलिस चौकी हरौनी की है। जहां पर हरौनी प्रभारी हरीनाथ का क्षेत्र में आतंक है। कस्बे की दुकानदार व क्षेत्र की जनता चौकी प्रभारी से भय खाती है। चौकी प्रभारी हरीनाथ यादव रिश्वत ना मिलने पर घरों में घुस के दुकानदारों के तांडव भी कर देते हैं। ऐसा दुकानदारों का आरोप है।
बीते मंगलवार को हरौनी कस्बे के दुकानदार ओम प्रकाश गुप्ता उर्फ कन्हैया लाल से चौकी प्रभारी ने ₹20000 रुपए रिश्वत के लिए। दुकानदार का कसूर यह था की वह अपनी दुकान पर गुटखा बेच रहा था। दुकानदार का कहना है की चौकी प्रभारी ने गुटका बरामद करा जिसके बाद घर की भी तलाशी ली तत्पश्चात मुझे डराया धमकाया और ₹20000 की रिश्वत मांगी। दुकानदार का कहना है कि वह अब कभी दुकान नहीं खोलेगा व फांसी लगाकर मर जाएगा। चौकी प्रभारी ही नहीं चौकी पर सालों से तैनात सिपाही सर्वेश कुमार भी लगातार धन उगाही का काम करता है।
पीड़ित का कहना है कई बार पुलिस कमिश्नर को भी अवगत करा चुका हूं की हमारे क्षेत्र की चौकी में चौकी प्रभारी व पुलिसकर्मी जनता और दुकानदारों को परेशान कर पैसे की उगाही का काम करते हैं। परंतु अभी तक कोई निवारण नहीं।
क्षेत्रीय जनता का कहना है दरोगा हरिनाथ यादव जैसे पुलिसकर्मी योगी सरकार व कमिश्नरी पुलिस सिस्टम को बदनाम कर रहे हैं। व सरकार को ऐसे पुलिसकर्मियों की क्रूरता और भ्रष्टाचार को संज्ञान में लेते हुए इन पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।