गुजरात में कोरोना के मरीज का शव बस स्टैंड पर मिला, जांच के आदेश
19/05/2020 मो रिजवान
गुजरात में कोरोना वायरस के नए केसेस सामने आ रहे हैं और इस बीच अहमदाबाद में बस स्टॉप पर कोरोना संक्रमित का शव मिला है।
अहमदाबाद। अहमदाबाद में कोरोना के एक मरीज का शव लावारिस हालत में बस स्टॉप पर पड़ा हुआ मिला। मृतक के परिजनों ने इस घटना के लिए अस्पताल के कर्मचारियों और पुलिस को दोषी ठहराया है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने पूर्व प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य) जेपी गुप्ता को जांच कर 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया है।
छगन मकवाना को 13 मई को जांच में कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इसके बाद उनके परिवार को क्वारंटाइन करके रखा गया। मकवाना के भाई गोविंद ने बताया कि उनका शव सुबह-सुबह बीआरटीएस बस स्टेशन पर सुरक्षा कर्मचारियों को लावारिस हालत में पड़ा हुआ मिला।
उन्होंने पुलिस को इसकी सूचना दी। पुलिस ने उनके शव को पोस्टमार्टम के लिए दूसरे अस्पताल में रखवा दिया। उनकी जेब में रखे कागज के टुकड़े पर उनके बेटे का नंबर लिखा हुआ था। इसके बाद पुलिस ने हमें इस घटना की जानकारी दी। हालांकि, तब तक पोस्टमार्टम हो चुका था।
उन्होंने कहा कि हम क्वारंटाइन में थे, लेकिन अस्पताल अधिकारियों ने हमें अपने भाई के बारे में सूचित करने की जहमत नहीं उठाई और उनके शव को बस स्टॉप पर फेंक दिया। पुलिस ने भी पोस्टमार्टम के लिए शव को ले जाने से पहले पूछताछ करने की परवाह नहीं की। स्थानीय भाजपा नेता गिरीश परमार ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री से मामले की जांच कराने का अनुरोध किया था।
इस बीच, सिविल अस्पताल में कोविड के लिए विशेष कार्य अधिकारी एमएम प्रभाकर ने कहा कि हमने उनके मामले को घर में आइसोलेशन के लिए फिट पाया और उन्हें सब कुछ समझाकर वापस घर जाने को कहा। हम यह नहीं कह सकते कि उनकी मौत कैसे हुई? वह सिटी बस से अस्पताल से अपने घर के लिए निकले थे।