*आशू यादव की खास रिपोर्ट SUB Bureau Chief Kanpur*✒️✒️
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*भ्रष्टाचार और जुर्म के खिलाफ हर पल आपके साथ*
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*औरैया हादसे के बाद हेल्पलाइन नंबर जारी, इन नंबरों पर कॉल कर ली जा सकती है जानकारी*
*औरैया हादसे के बाद हेल्पलाइन नंबर जारी, इन नंबरों पर कॉल कर ली जा सकती है जानकारी*
- *औरैया हादसे के बाद हेल्पलाइन नंबर जारी*
- *हादसे में 25 से अधिक मजदूरों की मौत, 35 से ज्यादा घायल*
उत्तर प्रदेश के औरैया (Auraiya Accident) में शनिवार तड़के हुए भीषण सड़क हादसे के बाद एसपी कार्यालय ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं।
हेल्पलाइन नंबर 9454402897, 9415714721 और लैंडलाइन नंबर 05683-249660 है। इन नंबरों पर कॉल कर हादसे और उससे जुड़ी जानकारीयां हासिल की जा सकती हैं।
बता दें कि शनिवार सुबह करीब तीन बजे 85 प्रवासी मजदूरों से भरी डीसीएम, ट्रक से टकरा गई। इस भीषण हादसे में तकरीबन 25 मजदूरों की जान गई है जबकि 36 से ज्यादा गंभीर रूप से घायल हो गए हैं। घायलों में ज्यादातर बिहार और झारखंड से थे।
घायलों को इलाज के लिए इटावा के सैफई और औरैया के अस्पतालों में भर्ती किया गया है। उधर, मुख्यमंत्री ने मृतकोंं के लिए शोक संवेदना व्यक्त करते हुए उनके परिजनों को दो लाख रुपये के मुआवजे का ऐलान किया है। साथ ही घायलों के लिए 50,000 रुपये के मुआवजे का भी ऐलान है।*
*बॉर्डर के दोनों थानाध्यक्ष निलंबित*
*सीएम ने इस घटना का उत्तरदायित्व निर्धारित करते हुए बॉर्डर के दोनों थानाध्यक्षों को निलंबित कर दिया है। जबकि एसएसपी मथुरा, अपर पुलिस अधीक्षक मथुरा, एडीजी जोन आगरा और आईजी आगरा से मामले में स्पष्टीकरण मांगा है। इसके अलावा सीएम ने डीसीएम और ट्र्क मालिकों के खिलाफ एफआईआर के आदेश दिए हैं। दोनों पर लापरवाही से गाड़ी चलाने का आरोप है। सीएम के आदेशों के बाद फतेहपुर सीकरी थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है।*
*फरीदाबाद से गोरखपुर जा रहे थे मजदूर*
*सभी मजदूर फरीदाबाद से गोरखपुर जा रहे थे। हादसे के वक्त डीसीएम सडक़ के किनारे खड़ी थी। तभी ट्रक ने उसमें टक्कर मार दी। ग्रामीणों ने बताया कि डीसीएम चालक की भी गलती थी। हाइवे पर तेज रफ्तार में ट्रकेे चलती हैं। इसलिए उसे अपनी गाड़ी सडक़ के किनारे से हटाकर चाय के ढाबे की ओर खड़ी करनी थी लेकिन उसने गलती की और सडक़ से हटकर ही डीसीएम लगा दी। उधर ट्रक चालक जिसमें चूना लदा था और उसमें बड़ी संख्या में मजदूर सवार थे वह तेज रफ्तार में चला आ रहा था। उसे सडक़ किनारे खड़ी डीसीएम नहीं दिखी। बताया जाता है ट्रक डइवर नींद के झोंके में गाड़ी चला रहा था इसलिए उसे डीसीएम नहीं दिखी और वह उससे भिड़ गया।