लॉक डाउन के चलते देश के गरीब तबके की कमर टूट चुकी है। लोगों को अपने दो वक्त का खाना जुटाना भी मुश्किल हो रहा है। जिसके चलते प्रशासन और सामाजिक संस्थाएं मदद कर रही हैं।
प्रशासन और सामाजिक संस्थाओं के बाद अब शासन प्रशासन में तैनात अधिकारियों ने भी शासन प्रशासन की मदद से हटकर अपने निजी तौर पर फंड इकट्ठा कर जरूरतमंदों को खाना मुहैया कराने का जिम्मा उठा लिया है। ऐसी ही एक सूचना उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में ऑर्डिनेंस फैक्ट्री से आ रही है।
कानपुर की ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के जनरल मैनेजर एसएन श्रीवास्तव द्वारा दी गई जानकारी से पता लगा की जरूरतमंद लोगों के लिए चलाई जा रही है रसोई। इस रसोई में 200 लोगों का खाना बनाकर लोगों को मुहैया करवाया जाता है। एसएन श्रीवास्तव जी ने बताया ग्रुप ए और बी श्रेणी के अधिकारियों ने निजी तौर पर फंड इकट्ठा किया और एक कमेटी बनाई, जिस फंड से 200 लोगों को प्रतिदिन भोजन मुहैया कराया जाता है।
एसएन श्रीवास्तव जी ने बताया की परिवर्तन सामाजिक संस्था द्वारा 200 लोगों के खाने के पैकेट लोगों तक पहुंचाया जाता है। साथ ही श्रीवास्तव जी ने जनता से अपील भी करी की सरकार के निर्देशों का पालन करना अनिवार्य है।
देश के अंदर अलग अलग क्षेत्रों से डॉक्टर द्वारा यह बताया जा रहा है कि उनके पास इलाज करने के लिए मास्क ग्लव्स और पीपीई कॉस्टयूम नहीं है जिसके चलते हैं वह कोविड-19 के मरीजों का इलाज कर पाए। कई क्षेत्रों में यह भी पाया गया है कि कोविड-19 की चपेट में डॉक्टर और नर्स भी आए हैं। जिसके चलते कई फैक्ट्रियों को आदेश व निर्देश दिए गए हैं कि वह जल्द से जल्द मेडिकल सामग्री को बनाकर अस्पतालों में मुहैया कराई जाए।
डॉक्टरों के पास मास्क ग्लव्स और पीपीसी की कमी होने के कारण कई डॉक्टर और नर्स भी कोविड-19 की चपेट में आ चुके हैं। जिसके चलते अब कुछ अन्य फैक्ट्रियों के साथ मिलकर वार्तालाप कर ग्लव्स मास्क और पीपीई कॉस्टयूम बनाना शुरू किया गया है। श्रीवास्तव जी ने बताया की हमने अन्य कंपनियों से बात की है और उन कंपनियों को हम कुछ मशीनें बना कर देंगे जिसके बाद वह कंपनी व फैक्ट्री मास्क, ग्लव्स और पीपीई कॉस्टयूम बनाएंगी। यह निर्देश चेयरमैन द्वारा दिया गया है जिसका हम सब तहे दिल से धन्यवाद करते हैं।