लॉक डाउन के चलते समस्त राज्यों में शासन प्रशासन द्वारा यह हादसा ध्यान रखा जा रहा है, की लॉक डाउन का पालन जनता से करवाया जाए। जिसके चलते प्रशासन की आला अधिकारियों से लेकर समस्त लोग जनता से अपील करते नजर आ रहे हैं।
परंतु वही कुछ लोग ऐसे भी हैं जो लॉग डाउन को ताक पर रख अपनी ही मौज में मग्न है। इन लोगों को फर्क नहीं पड़ता की इनके इस रवैया के चलते कई लोगों को खतरा है। और कोरोनावायरस के पॉजिटिव मरीजों में वृद्धि हो सकती है।
यह खबर उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर से है जहां पर चमनगंज की गलियों में कई लोग मिलकर जुआ और ताश खेलते नजर आ रहे हैं। जुए और ताश खेलने वालों की संख्या 6 से 12 तक रहती है और यह अलग-अलग जगहों पर गलियों के अंदर पाए जाते हैं।
वहीं सूबे के मुख्यमंत्री यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि पूरे सूबे में लॉक डॉन का पालन बखूबी लोगों से करवाया जाए। परंतु ऐसी परिस्थितियों को देखकर लगता है कि इंसान ही इंसान का दुश्मन है। पुलिस द्वारा मशक्कत करने के बावजूद भी लोग बाहर नजर आ रहे हैं। अब देखने वाली बात यह होगी कि प्रशासन किस तरह से इन परिस्थितियों पर नियंत्रण पाता है। क्योंकि सड़कों पर तो पुलिस के डंडे के डर से लोग नहीं निकलते परंतु ऐसे मोहल्लों की गलियों में जो जुआ वह ताश खेल रहे हैं उनके ऊपर अंकुश कैसे लगाया जाए। यह प्रशासन पर एक चिन्ह है?