लॉक डाउन के चलते गंगा दिख रही है साफ।

उत्तर प्रदेश कानपुर


लॉक डाउन के चलते समस्त देश रुक सा गया है। तमाम राज्यों के अंदर फैक्ट्री कारखाने इत्यादि बंद है। जिसके चलते प्रकृति की चीजों के अंदर काफी सुधार देखने को मिला है। जिसमें से एक है नदियां।



उत्तर प्रदेश में कानपुर नगर में बह रही गंगा नदी इस समय काफी साफ दिख रही है। गंगा में बहता पानी जो किसी समय पर काफी गंदा देखता था वह पानी के साथ बहता था कूड़ा करकट। परंतु लव डाउन के बाद शहर के अंदर फैक्ट्री कारखाने बंद पड़े हैं जिसके कारण गंगा ने प्रदूषित हो रहा पानी रुक गया है। और गंगा का पानी श्वेत दिख रहा है।



लॉक डाउन के चलते एंटी करप्शन इंडिया की टीम ने कानपुर गंगा बैराज पहुंचकर लॉक डाउन की स्थिति का जायजा लिया। क्योंकि कानपुर शहर में गंगा बैराज पर सैकड़ों लोगों का आवागमन लगा रहता है। यह एक पर्यटक स्थल भी है जहां पर लोग अपने परिवार व दोस्तों के साथ आकर समय बिताते हैं और खाना पीना खाते हैं। परंतु लॉक डाउन के बाद यह पूरी तरह बंद है।



गंगा बैराज में कई घटनाएं भी घटित हुई है कई युवकों को देखा गया है कि वह सेल्फी लेते वक्त इतने मग्न हो जाते हैं कि उन्हें सामने आ रहे खतरे का भी आभास नहीं होता। और मोबाइल से सेल्फी लेते लेते वह घटना का शिकार हो जाते हैं। जिसके बाद यह हादसा ध्यान रखने वाली बात है की गंगा बैराज पर जाने के बाद व्यक्ति को काफी सतर्क रहना चाहिए।


गंगा बैराज के पास बड़ी मात्रा में बंदरों का भी आना जाना लगा रहता है परंतु नॉक डाउन के बाद गंगा बैराज में कोई भी बंदर नहीं दिख रहा है। ‌ या तो यह भी कह सकते हैं की सैकड़ों की तादाद में आने वाले पर्यटक यहां पर मौजूद बंदरों को खाने-पीने की सामग्री भी देते थे परंतु अब लॉक डाउन के बाद यहां कोई भी व्यक्ति नहीं आ जा पा रहा है जिसके चलते बंदरों ने भी स्थान खाली कर दिया है।


एंटी करप्शन इंडिया की मौजूदा टीम ने यह पाया कि गंगा बैराज पर लॉक डाउन का कड़ा पालन करवाया जा रहा है साथ ही सड़क पर कोई भी वाहन आते जाते नहीं दिखा। जो वाहन जा रहे थे वह या तो मूवमेंट पास के साथ जा रहे थे या फिर शासन प्रशासन की गाड़ियां आवागमन कर रही थी।


Featured Post

ट्रांसपोर्टोंरों कि आयोग गठन की मांग जायज: सुनील अग्रवाल

ट्रांसपोर्टोंरों को किसी भी तरह की कानूनी सहायता की जरूरत पड़े तो 24 घंटे तैयार: वेद भूषण शर्मा  सरकार 2 महीने में ट्रांसपोर्ट आयोग के गठन क...