भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों में अहम भूमिका निजामुद्दीन के मरकज की बताई जा रही है। कई ऐसे सवाल खड़े हो गए हैं जिसके चलते निजामुद्दीन मरकज़ में इकट्ठा हुए उन तमाम लोगों पर सवाल खड़ा होता है। कि इतनी बड़ी संख्या में वहां पर लोग क्यों इकट्ठे हुए थे। साथ ही उन लोगों को वहां से हटाने के लिए शासन प्रशासन की तरफ से क्या कदम उठाए गए? और इतनी बड़ी संख्या में लोग वहां कैसे इकट्ठा हुए हैं?
निजामुद्दीन मरकज के कई ऐसे तथ्य हैं, जो अभी तक सामने नहीं आ पाए हैं। जो मरकज में मौजूद लोगों की लापरवाही या गलतियां रही, उसके अलावा दूसरे चरण पर भी कोई बात नहीं करना चाह रहा है।
तबलीगी जमतियों पर लगातार आरोप प्रत्यारोप लग रहे हैं। कई वीडियो भी वायरल हो रहे हैं जिसके चलते हैं हिंदुस्तान में कोरोना वायरस के मामले बढ़ने में निजामुद्दीन मरकज की अहम भूमिका बताई जा रही है।
कई जिलों व राज्यों से यह भी खबर आ रही है कि मरकज में मौजूद लोगों ने पुलिस व डॉक्टरों के साथ काफी अभद्रता की है। मरकज में मौजूद लोगों को अलग-अलग जगह पर ˈक्वॉरन्टीन् किया गया है। जिसके बाद लगातार बताया जा रहा है की मरकज में शरीक लोगों ने डॉक्टरों के साथ अभद्रता की है।
लगातार चर्चा में बने तबलीगी जमात के लोगों के ऊपर एक आरोप और लगा है जिसमें यह कहा जा रहा है कि दिल्ली के द्वारका में सेक्टर 16b दिल्ली सरकार द्वारा बनाए गए ˈक्वॉरन्टीन् फ्लैट में मौजूद है 200 लोग जिन्हें डॉक्टरों की देखरेख में रखा गया है।
दिल्ली सिविल डिफेंस के जवान ने बताया की जहां पर मरकज के लोग ठहरे हैं वहां से पेशाब की बोतलें फेंकी गई है जो पानी के पंप के पास आकर गिरी है। देखने पर यह प्रतीत होता है कि पानी के पंप के पास बोतलें उसी जगह से फेंकने पर आ सकती हैं। परंतु अभी तक कोई प्रमाण नहीं मिला है। पुलिस ने अज्ञात पर एफ आई आर दर्ज कर ली है।