*ब्रेकिंग*
*आशू यादव की खास रिपोर्ट SUB BEAURO CHIEF कानपुर*✒️
*इंदौर मध्य प्रदेश 1 अप्रैल 2020*
इंदौर मध्यप्रदेश में कोविड-19 की जांच करने गए डॉक्टर व टीम को स्थाई लोगों ने खदेड़ा। डॉक्टर टीम से एक डॉक्टर ने सुनाई अपनी आपबीती।
*हम देख नहीं पाए, हम बहुत डर गए थे, पत्थर हमारे पैर पर जोर-जोर से पढ़ना शुरू हुए, तो अचानक सर लेकर हमको निकल गए।
गलियों से जान बचाकर भागे डॉक्टर। लोगों ने डॉक्टर पर जमकर किया पथराव, अपना नाम बताने से भी डरी डॉक्टर।
हम लोग स्क्रीनिंग के लिए गए थे। हम 3 दिन से स्क्रीनिंग कर रहे हैं। मरीज को देख रहे हैं। हमको कोरोना पॉजिटिव की हिस्ट्री मिली थी तो वहां गए थे देखने के लिए हमने जैसे ही पूछताछ शुरू की तो हमारे ऊपर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए।
वहां पर मैं और 2 डॉक्टर थे और हमारे साथ एक और थे। आशा कार्यकर्ता हमारे साथ में पुलिस फोर्स भी थी, भीड़ में महिला पुरुष दोनों थे हम देख नहीं पाए हम बहुत डर गए थे। पत्थर हमारे पैर पर जोर जोर से पढ़ना शुरू हुआ तो कार में अचानक सर लेकर हमको निकल गए। चटपटी और सिलावट में डॉक्टरों के साथ बवाल कब रांटिन हुए। लोगों के सैंपल लेने गई डॉक्टरों पर हमला। स्वास्थ्य कर्मियों पर बरसाए पत्थर, लोगों ने लाठियों का दिखाया भय। भागे डॉक्टर हंगामा कर रही भीड़ ने स्वास्थ्य कर्मियों को दौड़ाया।
दो महिला डॉक्टर भी घायल हो गई। हंगामे को देख खौफ का अंदाजा लगाइए। स्थाई लोगों ने डॉक्टर व टीम से कहा यहां कोई भी जांच करने नहीं आएगा, कोई बीमार नहीं है। जो आएगा वह मार खाकर जाएगा कोई आएगा तो मारेंगे।
आप अंदाजा लगा सकते हैं कि ऐसी मानसिकता रखने वाले लोगों का इलाज कैसे किया जाए जब लोग ही समझने को तैयार नहीं है। इस सबके चलते डॉक्टर अपनी जान की परवाह ना करते हुए जनता की सेवा में लगे हैं वही जनता का एक रूप यह भी है।