देशभर में लोग डाउन की स्थिति है तेज के अलग-अलग जगहों पर प्रशासन यह सुनिश्चित कर रहा है कि लॉक डाउन का पालन हर क्षेत्र में अच्छे से हो। परंतु वही कुछ क्षेत्र ऐसे भी हैं जहां पर जनता डॉग डॉग की धज्जियां उड़ाती देखी जा रही है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर नगर में ऐसे ही कुछ देखने को मिला है। कानपुर नगर के कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर पूरी तरह सन्नाटा पसरा हुआ है। कानपुर सेंट्रल में परिंदा भी पर नहीं मार रहा है। लॉक डाउन का पूरा असर कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन पर देखने को मिल रहा है।
कानपुर सेंट्रल रेलवे स्टेशन के ग्राउंड चेक पर उतरे एंटी करप्शन इंडिया के चीफ एडिटर अतहर हुसैन, सह संपादक मोहम्मद अमान और ब्यूरो चीफ आशू यादव जिन्होंने ग्राउंड चेक रियलिटी पर यह पाया की कानपुर सेंट्रल पूरी तरह शांत है वही सेंट्रल के बाहर सड़कों के ऊपर लोगों की आवाजाही देखने को मिल रही है।
कानपुर नगर में ही कई जगहों पर यह देखने को मिल रहा है की जनता लॉक डाउन की धज्जियां उड़ा रही है। कानपुर सेंट्रल के बाहर ही हमने यह पाया की बाइकों पर दो से तीन व्यक्ति सवार इधर-उधर घूमते नजर आए। इन लोगों के लिए कह सकते हैं कि, यह समाज के दुश्मन बने हुए हैं।
इन परिस्थितियों का एक और चेहरा यह भी है कि कानपुर सेंट्रल में कोई भी पुलिसकर्मी, जीआरपी, और आरपीएफ का जवान मौजूद नहीं है। और ना ही कोई रेलवे कर्मचारी। ऐसी परिस्थितियों में अगर कोई घटना घटित होती है, तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा? यह भी अपने आप में एक चिंताजनक विषय है और एक बड़ी लापरवाही भी।
जैसे कि हम आजकल यह देख रहे हैं कि अफवाहों का बाजार भी गरम चल रहा है। ऐसी परिस्थितियों में अफवाहों के कारण भी कई जगह है काफी संवेदनशील बन जाते हैं। जिनमें बस स्टैंड रेलवे स्टैंड अस्पताल इत्यादि रहते हैं। कानपुर नगर के सबसे बड़े रेलवे स्टेशन कानपुर सेंट्रल में किसी भी तरह का कोई प्रशासनिक सिक्योरिटी प्रबंध ना देख कर यह चिंताजनक परिस्थिति दिखी।