पिता मांग रहा है अपने बेटे की मौत का इंसाफ



दिल्ली के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में 24 फरवरी 2020 को सीएए के प्रदर्शन को खाली करवाने के उद्देश्य से कुछ लोग सड़कों पर उतरे जिसके बाद दोनों तरफ से विवादित बयानबाजी हुई और माहौल गर्म होता चला गया तत्पश्चात पथराव हुआ और देखते ही देखते सी ए का विरोध धर्म का रंग लेता चला गया।



दिल्ली के उत्तर पूर्वी क्षेत्र में दंगे भड़कने शुरू हो गए उन दंगों में स्थाई लोगों ने काफी कुछ खोया काफी बड़े नुकसान को छैला लोगों की दुकानें जलाई गई घर जलाए गए लूटा मारी की गई ऐसी तमाम चीजें जिससे इंसान को क्षति पहुंचे वही कुछ उपद्रवी तत्व, जिन्होंने पथराव किया घरों में आग लगाई गोलियां चलाई पेट्रोल पंप का प्रयोग किया गया। इन सब चीजों में कई बेगुनाहों और निर्दोषों की जान एक गई कई लोगों ने अपने परिवार से बेटा भाई बाप मां बहन खो दी।


यह वह दर्द है जो जिंदगी का नासूर बन चुका है धीरे-धीरे अब परिस्थितियां सामान हो रही है उत्तर पूर्वी दिल्ली के अंदर लेकिन उन लोगों का क्या होगा जिनकी जिंदगी का सब कुछ चला गया चाहे घर के रूप में चाहे परिवार के सदस्य के रूप में।



उत्तर पूर्वी क्षेत्र में मरने वाला पहला युवक जिसे गोली मारी गई थी वह था राहुल सोलंकी (वीडियो में हमने नाम बदला है) यह युवक 26 साल का था पेशे से इंजीनियर था और घर के बाहर दूध लेने गया था जिसके बाद दंगा इतनी तेज भड़का कि राहुल सोलंकी और अंकित को गले में गोली लग गई। जिसके बाद उसकी मौत हो गई राहुल सोलंकी के घर वाले आरोप लगा रहे हैं एक स्कूल के ऊपर जिसकी छत पर असामाजिक तत्व जैसे पत्थर पेट्रोल बम इत्यादि बरामद किया गया था अंकित के घरवालों का आरोप है की राजधानी पब्लिक स्कूल जोकि शिव विहार उत्तर पूर्वी दिल्ली क्षेत्र में है। 
जहां लोगों ने आरोप लगाया कि स्कूल के मालिक ने अपने स्कूल के अंदर ऐसे लोगों को पनाह दी थी जो उपद्रव कर रहे थे और अंकित के परिवार का आरोप है कि उन्हें उपद्रवियों ने अंकित को गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया अंकित के पिता से हमारी बात हुई जिसमें अंकित के पिता ने बताया, कि वह अंकित की मौत में सीबीआई जांच आते हैं और स्कूल में सील लगवाना चाहते हैं। 


अंकित के पिता जी से बात करने पर यह स्पष्ट हुआ कि जो आसपास रहने वाले लोग हैं उनसे तो कोई खतरा नहीं है परंतु उन्हें आज भी यह डर है कहीं बाहर से आए हुए उपद्रवी दोबारा कोई इस तरह की हरकत ना कर दें।


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