लॉक डाउन के चलते पलायन कर रहे लोगों को सरकार से है उम्मीद
समस्त भारत में लॉक डाउन के चलते दूसरे राज्यों से आए लोगों के काम धंधे ठप पड़े हैं। लोगों ने रोजगार खो दिए हैं लोगों के पास रहने और खाने की व्यवस्था नहीं बची है जिसके कारण वह अब अपने गांव अपने शहरों की तरफ पलायन कर रहे हैं।
लोगों के पलायन के चलते राज्य सरकारों ने व केंद्र सरकार ने लोगों से आग्रह किया है कि वह जहां है वहां ही रहे उनके रहने खाने की व्यवस्था प्रशासन द्वारा करवाई गई है। बावजूद इसके लाखों हजारों की तादाद में आनंद विहार आईएसबीटी दिल्ली में एक जन सैलाब देखने को मिला है। जहां पर लोग उत्तर प्रदेश बॉर्डर पार करने की कोशिश में लगे थे।
सैकड़ों हजारों लोगों ने रेल की पटरियों द्वारा उत्तर प्रदेश में प्रवेश करने की कोशिश की है और सैकड़ों मील का सफर पैदल ही तय करने का फैसला किया है। जिसके चलते धूप और थकान से एक दो लोगों की मौत भी हो गई है।
दिल्ली आनंद विहार आईएसबीटी की कल हालत देखकर दिल्ली सरकार व केंद्र सरकार द्वारा कड़े इंतजाम किए गए हैं आनंद विहार जाने वाले हर रास्ते पर पुलिस व सुरक्षा बल का पहरा लगा है। लोगों को आनंद विहार की तरफ जाने से रोका जा रहा है।
इस समय भी सैकड़ों की तादाद में आनंद विहार आईएसबीटी दिल्ली पर लोग बैठे हैं और प्रशासन से मदद की गुहार लगा रहे हैं जिसके बाद प्रशासन की तरफ से यह कहा गया है की जल्द ही उनको बसों द्वारा उनके घर भेजा जाएगा। इस परिस्थिति से लड़ने के लिए सरकार कितना कारगर साबित होती है यह देखने वाली बात है।
सरकार द्वारा बार-बार यह विनती लोगों से की जा रही है कि वह सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करें परंतु आनंद विहार से सैकड़ों की तादात में जो लोग हैं उन्हें कुछ समझ नहीं आ रहा। उनकी बस एक ही रट है कि वह इंटरस्टेट बसों द्वारा अपने शहर अपने गांव पहुंच जाएं। लोगों का कहना है कि कोरोनावायरस से पहले वह भूख और लाचारी से मर जाएंगे।
लोगों को उम्मीद है की 31 मार्च से कुछ बसें चलाई जाएंगी जिनके द्वारा आनंद विहार पर स्थित लोग अपने-अपने घरों पर जा सकेंगे।