*आशू यादव की खास रिपोर्ट SUB ब्यूरो चीफ कानपुर*
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*WHO: कोविड-19 (कोरोना वायरस) को लेकर दुनिया के तमाम देशों में फिलहाल कई तरह की रिसर्च चल रही हैं। इस वायरस से गर्भवती महिलाओं को होने वाले खतरे को लेकर भी बहुत से शोध चल रहे हैं। फिलहाल डाटा बहुत सीमित है, लेकिन अभी ऐसा कोई साक्ष्य उपलब्ध नहीं है जिसके आधार पर ये कहा जा सके कि कोरोना वायरस से गर्भवती महिलाओं को ज्यादा खतरा है। उन्हें भी इस वायरस से उतना ही खतरा है, जितना की किसी आम इंसान को है।
*हालांकि गर्भवास्था के दौरान महिलाओं के शरीर और प्रतिरोधक सिस्टम में काफी परिवर्तन होता है, ऐसे में उनमें फेफड़े के इंफेक्शन (Respiratory Infections) का खतरा काफी ज्यादा रहता है। इसे देखते हुए गर्भवती महिलाओं को ये सलाह दी जाती है कि वह कोरोना वायरस से बचाव के लिए ज्यादा सावधानी बरतें। अगर उन्हें कोरोना वायरस संक्रमण का कोई भी लक्षण जैसे कि बुखार, सर्दी-जुकाम या सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या नजर आए तो उन्हें इसे गंभीरता से लेना चाहिये और तत्काल डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिये।
*2. गर्भवती महिलाएं खुद को कोविड-19 वायरस से कैसे सुरक्षित रखें?
*WHO: गर्भवती महिलाओं को भी वही सावधानियां बरतनी हैं, जो कि किसी अन्य व्यक्ति के लिए जरूरी हैं। कोविड-19 के संक्रमण से बचने के लिए गर्भवती महिलाओं को निम्न उपाय अपनाने चाहिए :
* एल्कोहल युक्त साबुन और पानी से निरंतर कम से कम 20 सेकेंड तक अपने हाथ धोती रहें।
* दूसरों से दो मीटर से ज्यादा की दूरी बनाकर रखें। भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें।
* अपनी आंख, नाक व मुंह को छुने से बचें। बिना हाथ धुले तो बिल्कुल भी न छुएं।
* श्वसन प्रणाली को स्वस्थ रखें। इसका मतलब है कि साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें। जब भी खांसी या छींक आए तो मुंह और नाक को कोहनी मोड़कर कवर लें। इसकी जगह पर टीशू पेपर का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। एक बार इस्तेमाल करने के बाद टीशू पेपर को तुरंत सुरक्षित तरीके से डिस्पोज कर दें।
* अगर आपको बुखार, सर्दी-जुकाम या सांस लेने में तकलीफ हो रही है तो तुरंत चिकित्सकीय मदद लें। अस्पताल जाने से पहले अस्पताल से फोन पर बात कर लें और उनके द्वारा बताई गई सावधानियों का पालन करें।
* गर्भवती महिलाएं या जिन्होंने हाल में बच्चे को जन्म दिया है, अगर वो कोरोना वायरस से संक्रमित भी हैं तो वह अपना रूटीन ट्रीटमेंट जारी रखें।