कांस्टेबल रतन लाल की हत्या के मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया

*आशू यादव  की कलम कानपुर से       पत्रकार।*


*कांस्टेबल रतन लाल की हत्या के मामले में सात लोगों को गिरफ्तार किया है। उत्तर-पूर्वी दिल्ली हिंसा में उपद्रवियों ने हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या कर दी थी। इसके अलावा नाले से चार शव बरामद के मामले में चार आरोपितों की गिरफ्तारी हुई है।*


*हेड कांस्टेबल रतन लाल की हत्या के बाद पुलिस आरोपितों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी की कोशिश में लग गई थी। फिलहाल पुलिस सभी आरोपितों से पूछताछ कर रही है।*



 


*बता दें कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली के चांद बाग इलाके में हिंसक प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए शाहदरा के डीसीपी अमित शर्मा पहुंचे थे। गोकुलपुरी के एसीपी के रीडर रतन लाल भी मौके पर थे। बताया जाता है कि उपद्रवियों ने डीसीपी पर हमला कर दिया था। अमित शर्मा को बचाने के प्रयास में रतन लाल शहीद हो गए थे। वह बुखार होने के बावजूद ड्यूटी कर रहे थे।*


*रतन लाल की मौत गोली लगने से हुई थी। वह मूल रुप से राजस्थान के सीकर जिले के थापली गांव के रहने वाले थे। वह बुराड़ी के अमृत विहार कॉलोनी में परिवार के साथ रहते थे। राजस्थान सरकार ने रतनलाल को शहीद का दर्जा दिया है। जबकि उनके एक परिजन को सरकारी नौकरी भी मिलेगी।*


*बता दें कि उत्तर-पूर्वी दिल्ली हिंसा में अब तक पचास से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि कई लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।*


*अज्ञात शवों का किया जाए निपटान: हाई कोर्ट*


*हाई कोर्ट ने आदेश दिया है कि गत दिनों दिल्ली में हुई हिंसा के बाद बरामद किए गए अज्ञात शवों का निपटान एक सप्ताह में किया जाए। ऐसा करने से पहले अखबारों एवं अन्य माध्यमों से अज्ञात शवों की जानकारी, फोटो को सार्वजनिक किया जाए। इससे पहले हाई कोर्ट ने राजधानी के अस्पतालों को आदेश दिया था कि दंगे में मारे गए लोगों के पोस्टमार्टम की वीडियोग्राफी कराई जाए। इसके अलावा शवों से डीएनए सैंपल लेकर उन्हें सहेजा जाए।*


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