*आशू यादव की कलम कानपुर से खास रिपोर्ट, उत्तर प्रदेश*
*दिनदहाड़े नाबालिग लड़की के अपहरण का हुआ प्रयास , पुलिस ने अभी तक दर्ज नहीं किया मुकदमा*
*नौबस्ता थानाक्षेत्र का है मामला*
*गल्लामंडी चौकी इंचार्ज की मिलीभगत से बढ़ रहे अपराधियों के हौसले*
*नौबस्ता थानाक्षेत्र के नारायणपुरी से नाबालिग लड़की को उसी की प्रोविजन स्टोर कि दुकान से दोपहिया वाहन सवारो ने किया था उठाने का प्रयास*
*19 मार्च दिन गुरुवार समय तकरीबन 12:45 पर नाबालिग लड़की को उसकी प्रोविजन स्टोर की दुकान से दोपहिया वाहन सवार दो लड़कों ने जबरन दुकान में घुसकर बाहर निकाल लिया ,हद तो तब हो गई जब बच्ची को जबरन गाड़ी में बिठा ले जाने लगे ,राहगीरों की मदद ना मिलती तो ना जाने आज कोन सा मुकदमा पुलिस को लिखना पड़ता , लेकिन नौबस्ता थाने की पुलिस अपने काम में इतना व्यस्त है कि मामले को संज्ञान में लेना ,मुकदमा लिखना भी उचित नहीं समझा*.
*चौकी इंचार्ज साहब पीड़ित पक्ष को बुलाकर चौकी में ज्ञान की बातें बता रहे है जिसमें समझौते जैसी बातें भी शामिल है*.
*अब समझ ये नहीं आ रहा है कि आखिर ये पुलिस कि कोन सी व्यवस्था है जिसमें एक नाबालिग बच्ची को जबरन गाड़ी में घसीटा गया , अपशब्द कहे गए उसके लिए पुलिस समझौते जैसा शब्द प्रयोग में ला रही है*.
*जबकि पीड़ित को बुला कर अभी तक पुलिस द्वारा इस संगीन मामले में कोई बयान तक दर्ज नहीं किया गया है*
*पीड़ित बिटिया को अभी तक कई जगह से कई बार धमकियां मिल चुकी है पुलिस अभी तक ना कोई कार्यवाही,सहायता कर रही है*
*वहीं लगातार मामले को दबाने का प्रयास जारी है ऐसे में लाजमी है की अपराधियों के हौसले जायज बढ़ेगे जो कि समाज और समाज में रहने वाली बहनों बेटियों यहां तक कि वातावरण के लिए कतई सही नहीं है*