देश भर में जहां सीएए और एनआरसी को लेकर उसका विरोध प्रदर्शन हो रहा है, वही पहले भी सीएए और एनआरसी के समर्थन में लोग सड़कों पर उतरे थे।
ऐसा ही कुछ आज 23 फरवरी 2020 को दिल्ली के उत्तर पूर्वी क्षेत्र मौजपुर में देखने को मिला जहां पर हजारों की संख्या में सीएए और एनआरसी के समर्थन में लोग सड़कों पर उतरे। जिसके बाद माहौल में गर्मी आई सीएए के समर्थन में उतरे लोग सीएए का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों की ओर से निकलना चाह रहे थे जिस पर पुलिस बल द्वारा प्रदर्शन कार्यों को रोकने का प्रयास किया गया, जिस पर मोहल भड़का और पथराव भी हुआ।
पुलिस ने वार्तालाप कर समर्थन में उतरे प्रदर्शनकारियों को आगे जाने से रोका जिसके बाद स्थिति सामान्य हुई।
बीजेपी के नेता कपिल मिश्रा ने अल्टीमेटम दे डाला कि 3 दिन के अंदर सड़क को खाली कर दिया जाए अन्यथा ट्रंप की विजिट के बाद हम स्वयं यह प्रोटेस्ट यहां से उखाड़ फेंक देंगे, तब पुलिस भी हमारा कुछ नहीं कर सकेगी। कपिल मिश्रा पहले भी विवादित बयान देते रहे हैं और इस समय उत्तर पूर्वी क्षेत्र मौजपुर में भी कपिल मिश्रा ने एक अल्टीमेटम दे डाला। बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने यह भी कहा कि हम दिल्ली के अंदर अब एक और शाहीन बाग नहीं बनने देंगे।
हिंदू संगठन व अन्य दलों के लोग भी सीएए के समर्थन में उतरे। वहां भी लोगों से हमने बात की और जाना कि उन्हें किन-किन दिक्कत परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है सीएए के समर्थन में उतरे लोगों ने बताया की रोड जाम होने के कारण उनको दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और अब वह भी अपना प्रदर्शन रोड पर ही करेंगे जब तक विरोध प्रदर्शन नहीं हट जाता तब तक प्रदर्शन करेंगे और जैसे कपिल मिश्रा ने कहा कि 3 दिन का समय दिया गया है जिसके बाद वह सब स्वयं इस धरना प्रदर्शन को और प्रदर्शनकारियों को यहां से उखाड़ फेकेंगे।
सीएए के समर्थन में प्रोटेस्ट कर रहे प्रदर्शनकारियों ने कहा यह सीएए की लड़ाई नहीं देशभक्त और देशद्रोहियों की लड़ाई है। चाहे कुछ हो जाए हम अब चुप नहीं बैठेंगे हिंदू अब जाग चुका है समर्थन में आए लोगों का यह मानना है कि मुसलमान उन पर हावी होने का प्रयास कर रहा है, सीएए के प्रदर्शन के द्वारा। इस प्रदर्शन में पूर्ण रूप से धर्म का रंग देखने को मिल रहा है।