भारत में डॉनल्ड ट्रंप के दौरे के चलते, अहमदाबाद में कच्चे घर छुपाने के लिए बनाई गई आधे किलोमीटर तक दीवार

सरकार देश में से कच्ची कॉलोनियां बस्तियां खत्म करने में असमर्थ हैं। अब अमेरिका के प्रेसिडेंट डॉनल्ड ट्रंप के विजिट पर गरीबी ख़तम करने में आसमर्थ सरकार गरीबों की झोपड़ियां छुपाने मैं लगी है।



बताया जा रहा है कि 24 फरवरी 2020 को अमेरिका के प्रेसिडेंट डॉनल्ड ट्रंप हिंदुस्तान पहुंचेंगे उसके उपरांत देश के प्रधानमंत्री के साथ अहमदाबाद गुजरात जाएंगे गुजरात में जो रोड शो होगा वहां के रास्ते में कच्ची बस्तियां देखने को मिलती है जिसके लिए सरकार द्वारा आधे किलोमीटर की दीवार बनाई जा रही है जिससे कि रोड पर जा रहे लोगों को वह बस्ती और कच्चे मकान ना दिखाई दे।


इस प्रकार की हरकत करने पर जब सरकारी प्रतिष्ठानों से पूछा गया कि वह झुग्गी झोपड़ी छुपाने के लिए आधे किलोमीटर की लंबी दीवार क्यों बना रहे हैं तो मेयर साहब ने कहा हमें तो इसके बारे में पता ही नहीं है।


एक तरह से देखा जाए तो यह देश की सच्चाई मेहमानों से छुपाने की हरकत है देश में विकास के नाम पर जो ढिंढोरा पीटा गया है उसकी सच्चाई को छुपाने के लिए दीवार बनाई जा रही है।


जहां गुजरात अहमदाबाद में बुलेट ट्रेन चलाने की बात की जा रही है वही अहमदाबाद में बुलेट ट्रेन को देखते हुए अहमदाबाद का दूसरा चेहरा जहां झोपड़पट्टी को छुपाने का भी प्रयास की जा रही है। 


देश के अंदर 50% से ज्यादा लोग पावर्टी लाइन के अंदर है। जिनके लिए दो वक्त का खाना जुटाना भी मुश्किल होता है सरकार को देश के गरीबों पर खासा ध्यान देने की आवश्यकता है ना कि बाहर से आए मेहमानों के सामने सच्चाई को छुपाने की।


 


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