पहले ईमेल आईडी को किया हैक, फिर बैंक खाते से उड़ाए पैसे और फिर ब्लैकमेलिंग

अगर आपको लगता है की बैंक में आपके पैसे सुरक्षित हैं तो काफी हद तक आप गलत हैं क्योंकि हर बैंक के क्रेडिट कार्ड या डेबिट कार्ड में फॉर्म के अंदर हम अपनी डिटेल्स देते हैं। जिसमें कि मोबाइल नंबर ईमेल आईडी एड्रेस डेट ऑफ बर्थ इत्यादि।


और बैंक द्वारा यह डाटा निजी कंपनियों के साथ साझा किया जाता है जोकि क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड बनाते हैं और लुभावने ऑफर देते हैं।


बैंक की डीटेल्स प्राइवेट कंपनी के पास भी होती हैं जिसके चलते तीन युवकों ने साउथ दिल्ली में एक धोखाधड़ी व ब्लैक मेलिंग के मामले को अंजाम दिया है।



साउथ दिल्ली पुलिस ने 3 युवकों को अपनी हिरासत में लिया इन तीन युवकों ने 3 ब्लैक मेलिंग व चीटिंग के अपराधों को अंजाम दिया था। हाल ही में इन युवकों ने एक नए व्यक्ति को अपना शिकार बनाया। 


पीड़ित ने शिकायत दर्ज कराई कि उसकी ईमेल आईडी को हैक किया जा चुका है जिसके बाद उसकी मेल से बैंक डीटेल्स लिंग और 25000 की ट्रांजैक्शन करी जिसके बाद पीड़ित के परिवार की कुछ प्राइवेट तस्वीरें उसके मोबाइल पर व्हाट्सएप करें और उस को ब्लैकमेल किया कि अगर उसने ₹100000 नहीं दिए तो यह तस्वीरें इंटरनेट पर अपलोड कर दी जाएंगी।


सूचना प्राप्त कर पुलिस ने एक टीम का गठन किया और तफ्तीश शुरू की पुलिस की कड़ी मेहनत के बाद तीनों युवकों का पता लगा क्योंकि मोबाइल नंबर युवकों के एड्रेस पर रजिस्टर्ड नहीं थे, पुलिस ने टेक्निकल मदद से तीनों युवकों की लोकेशन को ट्रेस किया जिसके बाद उस इलाके के कई जगहों पर छापेमारी की जिसके चलते तीनों युवकों को हिरासत में लिया गया।
युवकों की पहचान दीपक उम्र 19 निवासी दास गार्डन बपरोला नजफगढ़ दिल्ली, मोहम्मद अली उम्र 19 निवासी हरफूल बिहार जय बिहार फेस 3 बपरोला नजफगढ़ दिल्ली और संचित शेरावत उम्र 20 निवासी हत्सल विहार उत्तम नगर दिल्ली के रूप में हुई है।


देश के अंदर बढ़ते क्राइम में कम उम्र के युवाओं की भागीदारी काफी देखने को मिल रही है इसके पीछे बढ़ती बेरोजगारी का भी एक बड़ा कारण है।


पूछताछ के दौरान तीनों युवकों ने बताया कि इस वारदात के साथ-साथ यह पहले भी दो वारदातों को अंजाम दे चुके हैं इस वारदात को अंजाम देने वाला मास्टरमाइंड मोहम्मद अली है जिसने कम समय में ज्यादा पैसे कमाने के चक्कर में इन वारदातों को अंजाम देना शुरू किया। तीनों में से एक युवक संचित जोकि एक क्रेडिट कार्ड की कंपनी में बताओ टीम लीडर काम करता था उस क्रेडिट कार्ड कंपनी से उसने ग्राहकों की डिटेल्स निकाली जिसमें उनकी ईमेल आईडी फोन नंबर एड्रेस इत्यादि है। और कुछ भोले ग्राहकों को बैंक का व्यक्ति बताकर उनसे धोखाधड़ी की घटनाओं को अंजाम दिया।


पुलिस ने इन तीनों के पास से तीन मोबाइल फोन भी बरामद किए हैं और आगे की पूछताछ जारी है।


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