• दिल्ली मेट्रो पुलिस यूनिट ने एक जेब कतरे को गिरफ्तार किया है जो पिछले 7 साल से लोगों की जेब काटना व मोबाइल चुराने की वारदात को अंजाम दे रहा था।
• सीसीटीवी की मदद से मेट्रो पुलिस यूनिट ने चोर को अपनी गिरफ्त में लिया।
• चोर ने जेब काटने के बाद एटीएम से 49000 कैच किया था विड्रोल।
28/09/19 आईजीआई एयरपोर्ट से बहादुरगढ़ मेट्रो में जा रहे शख्स का इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन पर मेट्रो में चढ़ते समय किसी ने पर्स निकाल लिया, जिसके अंदर ₹3000 नगदी, एटीएम कार्ड, पैन कार्ड, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट साइज फोटो आदि सामान था। जिसके कुछ समय बाद शिकायतकर्ता के पास ₹49000 एटीएम से निकलने का मैसेज आया। यह रकम अलग-अलग दो एटीएम से निकाली गई थी।
जिसकी सूचना के बाद मेट्रो यूनिट पुलिस ने अपने स्पेशल स्टाफ की एक टीम गठित की और सीसीटीवी की मदद से जेब काटने वाले शख्स की तलाश जारी करी।
सीसीटीवी में पुलिस ने शिकायतकर्ता के पीछे खड़े एक शख्स को देखा जो इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन पर खड़ी मेट्रो में चढ़ा और बहुत जल्दी अगले ही गेट से उतर गया। इसी अज्ञात शख्स को एटीएम के सीसीटीवी में देखा गया जो इंद्रलोक और शास्त्री नगर में है।
जिसके बाद पुलिस इस चोर की तलाश में जुट गई पुलिस ने अपने सूत्रों को सक्रिय किया और 12/10/ 2019 पुलिस को सूचना प्राप्त हुई की अज्ञात चोर इंद्रलोक मेट्रो स्टेशन पर है जिसके बाद पुलिस ने उस चोर को अपनी गिरफ्त में लिया।
पूछताछ पर चोर की पहचान प्रदीप कुमार उम्र 25 निवासी बलजीत नगर पटेल नगर दिल्ली के रूप में हुई है। प्रदीप ने बताया कि वह मेट्रो स्टेशन बस अड्डा और रेलवे स्टेशन पर जेब काटने और मोबाइल चोरी करने की वारदातों को अंजाम देता है। पिछले 7 सालों से वह इन वारदातों को जगह-जगह जाकर अंजाम दे रहा था।
कुछ ही सेकंड में जेब से सामान उड़ाने का हुनर प्रदीप कुमार के पास था पूछताछ पर पता चला कि प्रदीप पहले चार वारदातों में भी शामिल रहा है। और प्रदीप कुमार ने बताया कि वह महंगे कपड़े महंगी घड़ी महंगा चश्मा आदि का प्रयोग करता था जिससे वह देखने में एक अमीर आदमी लगे और लोग उसके ऊपर शक ना करें। जिसके बाद लोगों के पास जाकर खड़े होकर यह चोरी और जेब काटने जैसी वारदात को अंजाम दिया करता था।
प्रदीप कुमार के पास से पुलिस ने शिकायतकर्ता का ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट फोटो, बैग आधार कार्ड, बरामद किया। साथ ही प्रदीप कुमार ने बताया ₹49000 उसने अपने निजी खाते में जमा करवा दिए थे।