*जनता सतर्क तो बड़े से बड़ा हादसा टाल सकती है पुलिस।
*माहौल कमेटियां/संस्थाएं साथ है तो अपराध पर लगेगा अंकुश।
*पेट्रोलिंग व पिकेट सेवा बेहद दुरुस्त।
देश की राजधानी दिल्ली होने के कारण देशी विदेशी सैलानियों का आवागमन बना रहता है। जिससे यह पर अपराधी भी सक्रिय हैं। इनसे निपटने के लिए पुलिस के उच्चाधिकारियों को काफी सतर्क रहना पड़ता है। क्योंकि उनकी जवाबदेही सीधे सीधे केंद्र सरकार और मंत्रियों से होती है।
लिहाजा कई हिस्सों में बटी दिल्ली के अलग अलग हिस्सों की ज़िम्मेदारी तेज तर्रार आईपीएस अफसरों को ही सौंपी जाती है। जिनका मानो मस्तिष्क अपराध रोकने के लिए कंप्यूटर से कम काम नहीं करता। ऐसे ही तेज तर्रार आईपीएस अधिकारी जसमीत सिंह कि जब दिल्ली के पूर्वी क्षेत्र के डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस के पद पर नियुक्ति हुई तो वह की जनता में खुशी की लहर दौड़ गई, क्योंकि वह एक साल पूर्व यह एडिशनल डीसीपी के रूप में कार्य कर चुके है।
इस कार्य काल में श्री सिंह ने आम जनता के लिए पुलिस सेवा की इतना आसान कर दिया था कि जनता को उनपर अपने से ज़ियादा विश्वास हो गया।
आज भी डीसीपी जसमीत सिंह मानते हैं कि पुलिस की आंख और कान जनता ही है। अगर जनता सतर्क है तो निश्चित तौर पर बड़े से बड़ा अपराध होने से पहले रोका हा सकता है।
डीसीपी जसमीत सिंह से कुछ सवाल:
प्र. यहां कबसे वर्तमान पद पर है?
उ. 31जनवरी 2019 से डीसीपी ईस्ट के पद पर तैनात हूं।
प्र. पुलिस सेवा में आने की प्रेरणा कहा से मिली?
उ. सही मायने में मै सेना में जाना चाहता था किन्तु मेरे माता पिता चाहते थे कि मै प्रशासनिक सेवा में जाऊ, इंजीनियरिंग के बाद एनडीए की परीक्षा पास कि किंतु माता पिता की इच्छा के आगे आईपीएस की तैयारी की ओर सफल हुआ।
प्र. अबतक की नौकिरी में चैलेंजिंग समय?
उ. अरुणाचल प्रदेश में रिमोट एरिया में तैनाती रही उस दौरान कई परेशानियों का सामना करना पड़ा, कई इलाकों में पीने के पानी की भी समस्या रही जिसके चलते एक बार टायफायड से भी झूजना पड़ा और जो वह तैनात हमारे साथी जिन जिन परेशानियों का सामना करते हैं उनका भी पता चला मगर हर चलेंगे से इंसान कुछ सीखता है मैंने भी वाहा से बहुत कुछ सीखा।
प्र. वर्तमान समय में ईस्ट दिल्ली में अपराध रोकने के लिए क्या कुछ कर रहे हैं?
उ. नॉर्मल पोलिसिंग में कुछ अच्छी चीज़े की जा सकती है, जैसे क्षेत्र अनुसार अमन कमेटी एकता कमेटी मुस्लिम सिख ईसाई कमेटी आदि को विश्वास में लेकर साथ मिलके आचछा काम किया जा सकता है जिससे दूरगामी परिणाम मिलते ही मिलते हैं। साथ ही हमने पेट्रोलिंग सेवे पर खास ध्यान दिया जा रहा है। पिकेट सेवा पर भी विशेष गौर किया जा रहा है। ताकि फोन, चैन स्कैनिंग आदि अपराध करने वालो के हौसले पस्त हो जाए। इसके आलावा जिन इलाकों में अपराध जियाद है वाहा जीपीएस सिस्टम से लैस बईको के आलावा कैमरे से लैस जिप्सी को दौड़ाया जाता है जिससे हर अपराधिक और आतंकी गति विधियों पर नज़र रखी जा सके।
प्र. हमारे समाचार पत्र के माध्यम से जनता को क्या संदेश देना चाहते हैं?
उ. आज कल के दौर में देश के युवाओं को नशे कि चपेट में डूबते देखा है जिससे बाद ने क्राइम पनपता है। मेरे सभी युवाओं से अनुरोध है कि वह नशे से दूर रहे और समाज के लिए सकारात्मक कार्य करे, और पढ़ाई लिखाई ओर खेल कूद में ध्यान दें।
अंत में यही कहूंगा कि जनता ही पुलिस के आंख ओर कान होती है।
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जनता सतर्क तो बड़े से बड़ा हादसा टाल सकती है पुलिस
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